दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने सोमवार को दावा किया कि उन्हें भाजपा की ओर से आबकारी नीति की सीबीआई जांच के बीच कथित रूप से बदले में आम आदमी पार्टी (आप) को विभाजित करने का प्रस्ताव मिला है। उन्होंने जोर देकर कहा कि उनके खिलाफ सभी आरोप झूठे थे और वह “षड्यंत्रकारियों और भ्रष्ट लोगों” के सामने कभी नहीं झुकेंगे।
उन्होंने कहा, ‘मुझे भाजपा की ओर से संदेश मिला है कि आप छोड़ो और भाजपा में शामिल हो जाओ। हम सुनिश्चित करेंगे कि आपके खिलाफ सीबीआई और ईडी के सभी मामले बंद हों।’

“भाजपा को मेरा जवाब है- मैं महाराणा प्रताप का वंशज हूं, एक राजपूत। मैं अपना सिर काट दूंगा लेकिन भ्रष्टाचारियों और षड्यंत्रकारियों के आगे नहीं झुकूंगा। मेरे खिलाफ सभी मामले झूठे हैं,” उन्होंने कहा, “जो आप चाहते हैं वह करने के लिए भाजपा को चुनौती दी।” आप ने आरोपों को राजनीति से प्रेरित बताते हुए खारिज किया है। दिल्ली के मुख्यमंत्री और पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने पहले भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर देश भर में चुनी हुई सरकारों को गिराने के लिए केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया।

उन्होंने एक ट्वीट में कहा, “रुपया गिर रहा है, लोग महंगाई से परेशान हैं, बेरोजगारी चरम पर है – ये लोग ‘सीबीआई-ईडी’ खेल रहे हैं, और लोगों द्वारा चुनी गई सरकारों को गिराने में लगे हैं और पूरे दिन व्यापार करते हैं। लोग अपने मुद्दों के बारे में किससे बात करते हैं और उन्हें किसके पास जाना चाहिए? राष्ट्र इस तरह कैसे प्रगति करेगा?” बता दे कि मनीष सिसोदिया के खिलाफ अभी सीबीआई की जांच चल रही है।