भारत सदियों से कृषि प्रधान देश रहा हैं। यहाँ की बहूत बड़ी आबादी यहाँ के किसान हैं, एवं इनके जीवन का मुख्य आधार कृषि है. मसलन कृषि ही किसानों की आजीविका का मुख्य साधन है. हालांकि किसानों की आय के स्त्रोत बढ़ाने के लिए कई प्रयास जारी हैं। जिसके तहत किसानों को खेती के साथ ही डेयरी फार्मिंग, मछली पालन, मुर्गी पालन व्यवसाय से जोड़ जा रहा है. इसी कड़ी में केंद्र सरकार खेती के साथ ही डेयर फार्मिंग, मछली और मुर्गी समेत अन्य पशुपालन की गतिविधियों में जुड़े किसानों को मदद उपलब्ध करा रही है. जिसके तहत केंद्र सरकार किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से किसानों को फसलों के साथ ही डेयरी फार्मिंग, मछली, मुर्गी व अन्य पशुपालन के लिए सस्ता लोन उपलब्ध करा रही है।

किसान क्रेडिट कार्ड के लाभ:
दरअसल केंद्र और राज्यों की स्थानीय सरकार के मेलजोल से सरकार के द्वारा उपलब्ध कराये गए इस लोन कार्ड से किसानों के साथ ही अन्य पशुपालकों को सस्ती दर पर ब्याज रोजगार बढ़ाने में सहायक है। असल में केंद्र सरकार की इस योजना का फायदा उठाकर किसान व उनके परिजन डेयरी फार्मिंग, मुर्गी पालन, सुअर पालन, मछली पालन जैसे स्वरोजगार कर सकते हैं। इस कार्ड के आधार पर किसानों को आसानी से लोन मिल जाता है. मसलन जिस भी किसान का किसान क्रेडिट कार्ड बना हुआ है, वह कम समय में तीन लाख रुपये तक लोन ले सकता है. लोन की यह राशि किसानों को 7 फीसदी ब्याज पर मिल सकती है. जिस भी किसान के पास किसान क्रेडिट कार्ड बना हुआ है, वह फसलों के साथ ही मुर्गीपालन, मछली पालन समेत अन्य पशुपालन और डेयरी फार्मिंग के लिए 7 फीसदी ब्याज के साथ 3 लाख रुपये तक लोन ले सकता है.
यह राेजगार बढ़ाने के साथ साथ यदि समय पर लोन चुकता कर दिया जाये तो इससे किसानो को समय पर लोन चुकाने पर ब्याज में 3 फीसदी की छूट भी दी जाती हैं।

एक और जहाँ किसान क्रेडिट कार्ड किसानों के साथ ही अन्य पशुपालकों को सस्ती दर पर ब्याज रोजगार बढ़ाने में सहायह है वहीँ समय पर लोन चुकता करने वाले किसानों के लिए किसान क्रेडिट कार्ड से लिया गया है लोन किसी सौगात से कम नहीं है।
असल में केंद्र सरकार की इस योजना का फायदा उठाकर किसान व उनके परिजन डेयरी फार्मिंग, मुर्गी पालन, सुअर पालन, मछली पालन जैसे स्वरोजगार कर सकते हैं. जो खेती के साथ ही उनकी आय में अतिरिक्त इजाफा करेंगे.
यह कार्ड किसानों समेत अन्य पशुपालकों को बाजार में सबसे सस्ता यानी 7 फीसदी ब्याज दर से लोन उपलब्ध करा सकता है। असल में केंद्र सरकार ने किसान क्रेडिट कार्ड से लिए गए लोन को समय से चुकता करने पर 3 फीसदी ब्याज में छूट देने का प्रावधान किया हुआ है। जिसके तहत अगर कोई किसान समय पर किसान क्रेडिट कार्ड से लिए गए लोन को चुकता करता है, तो उसे मूलधन पर 7 फीसदी की जगह पर 4 फीसदी ही ब्याज ही चुकाना होगा।